शनिवार, जुलाई 21, 2007

भिखारी

एक भिखारी ने
हमसे भीक माँग कर
हमारा सम्मान बढ़ाया
बोला -
बाबूजी
गरीब को आठ आने

हमने कहा -
सिर्फ आठ आने ?
इस ज़माने में
आठ आने के
क्या माने ?
काफी भुखमरा भिखारी लगता है
अबे !
भीख सामने वाले की
हैसियत को
देख कर मांगी जाती है
कम से कम
पांच रुपये तो मांगता !

भिखारी बोला -
ज़रूर मांगता
मगर आपको
कौन नहीं जानता
टी वी पर देख चुका हूँ
मुझे पता है आप कवि हैं
पर हम भी पुराने अनुभवी हैं
धंधे में रिस्क नहीं उठाते
आप से पांच रुपये माँगता
तो आप खुद मेरी बगल में बैठ जाते
मेरा तो कारोबार ही बिगड़ जाता
आप तो मजमा जमा लेते
मैं रसातल में पहुंच जाता !

- प्रदीप चौबे

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